आज के इस लेख में हम सब जानेंगे की क्रिया किसे कहते है? Kriya Ke Bhed के साथ-साथ उससे सम्बंधित उदाहरण को अच्छे से जानेंगे तथा क्रिया को पहचानने की short trick भी देखेंगे | आइय सबसे पहले हम जान लेते है कि क्रिया किसे कहते है?
क्रिया किसे कहते है
जिससे किसी कार्य का करना या होना पाया जाता है, उसे क्रिया कहते है |
जैसे- तोता मिर्च खाता है |
बारिश हो रही है |
बच्चा दौड़ता है |
सोहन बजाता है |
क्रिया के भेद (kriya ke bhed)
क्रिया के मुख्यता दो भेद होते है, जो इस प्रकार से है-
1-रचना या कर्म के आधार पर
2-अर्थ या प्रयोग के आधार पर
1-रचना या कर्म के आधार पर:Kriya Ke Bhed
रचना के आधार पर क्रिया दो प्रकार की होती है–
- अकर्मक क्रिया
- सकर्मक क्रिया
अकर्मक क्रिया– वाक्य में जब क्रिया के साथ कर्म नहीं होता है, क्रिया के फल का प्रभाव सीधे कर्ता पर पडता है तो उसे अकर्मक क्रिया कहते है | जहा कार्य संपन्न होता है,उसे आधार कहते है कर्म नहीं |
उदाहरण–
- मोहन खाता है |
- गीता बैठी है |
- राधा नाचती है |
- मेढक कुँए में टर्ट टर्ट करते है |
- बच्चा रोता है |
- राम पढता है |
- वे खेलते है |
- पक्षी आकाश में उड़ते है |
- बच्चे मैदान में खेल रहे है |
- मोर जंगल में नाच रहा है |
- आप कुर्सी पर ही सो जाते हो |
सकर्मक क्रिया– जिन वाक्यों में क्रिया के साथ कर्म हो तथा कर्म की प्रधानता हो | क्रिया के फल का प्रभाव सीधे कर्त्ता पर न पड़कर कर्म पर पड़े | वाक्य में क्या लगाने पर उत्तर प्राप्त हो,ऐसी क्रिया को सकर्मक क्रिया कहते है | (इन सभी मे से कोई एक बात सही होनी चाहिए तो वह क्रिया सकर्मक होगी |)
उदाहरण–
- पंकज आपना सिर खुजलाता है |
- सीता सब्जी बना रही है |
- बच्चे आकाश में पतंग उड़ाते है |
- छात्र मैदान में क्रिकेट खेलते है |
- मुकेश अख़बार पढता है |
- सीता गीत गाती है |
- आपने आम खाया |
- ड्राईवर बस चला रहा है |
- रमेश ने बच्चे को कुत्ते बिस्किट खिलाया |
- सुरेश जूस पी रहा था |
- माली ने पके-पके आम थोड़े |
- दृष्टि किताब पढ़ती है |
नोट:- यदि वाक्य अधिकरण कारक (में, पर) हो तो वहा अकर्मक क्रिया होती है | जैसे- चिड़िया आकाश में उडती है |
मोहन नदी में तैर रहा है |
राधा छत पर बैठी है |
2- अर्थ या प्रयोग के आधार पर:Kriya Ke Bhed
अर्थ के आधार पर क्रिया के आठ भेद होते है | जो निम्नलिखित है-
- मूल या धातु क्रिया
- सामान्य क्रिया
- साधारण क्रिया
- सहायक क्रिया
- पूर्वकालिक क्रिया
- द्विकर्मक क्रिया
- प्रेरणार्थक क्रिया
- संयुक्त क्रिया
मूल या धातु क्रिया:- यह सबसे छोटा रूपा होता है | मूल क्रिया का दूसरा नाम धातु क्रिया भी होता है | जैसे-खा,पी,खेल,लिख,पढ़,जा,चल |
सामान्य क्रिया:-मूल क्रिया का अंत वाला रूप सामान्य क्रिया कहलाता है | मूल क्रिया में ना जोड़कर सामान्य क्रिया बनती है | मूल क्रिया+ना=सामान्य क्रिया |
उदाहरण-खाना,पीना,हँसना,जाना,खेलना,दौड़ना,चलना आदि |
साधारण क्रिया:- क्रिया के समाप्ति वाला रूप साधारण क्रिया कहलाता है | मूल क्रिया में कर जोड़कर साधारण क्रिया बनायीं जाती है | मूल क्रिया+कर=साधारण क्रिया |
उदाहरण– जाकर,पीकर,खेलकर,लिखकर,पढ़कर,चलकर,खाकर आदि |
सहायक क्रिया:- वाक्य में ऐसी क्रिया जो वाक्य के अंत में आकर वाक्य को पूर्ण और अर्थवान बना दे, उसे सहायक क्रिया कहते है अथवा मूल क्रिया के साथ मिलकर सहायक का कार्य करने वाली क्रिया को सहायक क्रिया कहते है | वाक्य के अंत में ये सारे आ सकते है- ता,ती,ते,है,हो,हु,रहा,रही,रहे,होगा,होगी,होंगे,था,थी,थे,चुका,चुकी,चुके आदि |
उदाहरण–
- गीता खाना खाती है |
- संदीप दिल्ली जाता है |
- समुद्र उफान रहा है |
- हवा बह रही है |
- वह स्कूल जाता है |
- सोहन स्कूल जा रहा है |
पूर्वकालिक क्रिया:- जिन वाक्यों में दो क्रिया हो और कोई एक क्रिया पहले समाप्त हो जाये, तो पहले समाप्त हो चुकी क्रिया को पूर्वकालिक क्रिया कहते है तथा जो क्रिया चल रही होती है उसे समायिका क्रिया कहते है |
उदाहरण-
- अध्यापक के आने से पहले बच्चे जा चुके थे |
- राधा स्कूल से आयी और सो गयी |
- मै दूध पीकर सोता हु |
- आप सुबह उठाकर गर्म पानी पीते हो |
- दादा जी चाय पीकर अख़बार पढ़ते है |
द्विकर्मक क्रिया:- जिन वाक्यों में क्रिया के साथ दो कर्म हो ऐसी क्रिया को द्विकर्मक क्रिया कहते है | इस क्रिया में दुसरे से कार्य करवाया जाता है | अथवा जहा दो कर्ता के बीच कोई कार्य संपन्न हो, किसी क्रिया का होना दो कर्ता पर निर्भर करे उसे द्विकर्मक क्रिया कहते है |
उदाहरण-
- अध्यापक बच्चो को मिठाई बाटते है |
- मोहन कुल्हाड़ी से पेड़ काटता है |
- माता जी ने बच्चो को खाने के लिए लड्डू दिए |
- रमेश ने सुरेश को सौ रुपये उधार दिए |
- सुरेश ने रमेश को दूध पिलाया |
- डॉक्टर ने मरीज को दवाई दी |
प्रेरणार्थक क्रिया– इसमे दो प्रकार की क्रिया होती है | एक प्रेरक कर्ता दूसरी प्रेरित कर्ता | जहा प्रेरक कर्ता के द्वारा कार्य स्वयं न करके प्रेरित कर्ता के द्वारा कराया जाये उसी क्रिया को प्रेरणार्थक क्रिया कहते है | अथवा प्रेरित कर्ता के द्वारा प्रेरणा लेकर की गयी क्रिया प्रेरणार्थक क्रिया कहलाती है |
उदाहरण-
- राजेश ने रमेश से कपडे धुलवाये |
- राधा ने मीरा से चाय बनवायी |
- अध्यापक ने बच्चो से पाठ पढवाया |
संयुक्त क्रिया:- जिन वाक्यों में मुख्य क्रिया, सहायक क्रिया के अतिरिक्त यदि कोई तीसरी क्रिया आती है, तो ऐसी क्रिया को संयुक्त क्रिया कहते है | अथवा जहा दो क्रिया एक साथ आरंभ हो और एक साथ समाप्त हो | जहा कार्य का आरम्भ होना पाया जाये | जहा अवकाश की स्थिति उत्पन्न हो | जहा विवशता की बात हो | जहा सनातन सत्य हो, वह भी संयुक्त क्रिया होती है |
उदाहरण-
- आकाश घर जा चूका है |
- मोहन पढ़ चूका है |
- मैंने किताब पढ़ी ली |
- वह कम पर गयी होगी |
- वह दौड़ते-दौड़ते थक गया |
- दाल में घी डाल देना |
- वह उसे अचानक मार बैठा |
- बारिश हो रही है |
- मै अब घर जाऊ |
- गरीब की बीवी सबकी भाभी हुआ करती है |
- सूरज पूरब दिशा में निकलता है |
नामबोधक क्रिया:- जब वाक्य में संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण को क्रिया बना दिया जाता है, तो ऐसी क्रिया को नामबोधक क्रिया कहते है | अथवा जब संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण शब्दों में आना,अवाना प्रत्यय लगता है तो वहा नाम धातु क्रिया होती है | जैसे- टर्राना,हिनहिनाना,गुर्राना,भिनभिनान,चिघाड़ना,चिल्लाना,चिकनाना,शर्माना,लज्जाना,बतियाना,लतियाना,गर्माना,घबराना,गुस्साना,आदि |
उदाहरण-
- मोहन आपने घर को रंगवाता है |
- सोहन आपनी बहु को अपनाता है |
- राधा चाय को गरमाती है |
- पुलिस चोर को लतियाते हुए ले जा रही है |
- जरा मेहमानों के लिए थोड़ी चाय गर्मा दीजिये |
- बच्चे अपर्चितो से शर्माते है |
- लोग अक्सर सदका पर खड़े होकर बतियाते है |
क्रियार्थक क्रिया:- जिन वाक्यों में क्रिया को कर्ता बना दिया जाता है तो उन वाक्यों को क्रियार्थक क्रिया कहते है | अथवा जब किसी शब्द का प्रयोग क्रिया वा संज्ञा दोनों अर्थ में हो तो वहा क्रियार्थक क्रिया होती है |
उदाहरण-
- पानी स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है |
- टहलना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है |
- आजकल सोना बहुत महंगा हो गया है |
- यहाँ सोना मना है |
Note-नामधातु क्रिया और क्रियार्थक क्रिया को नहीं जोड़ते इसलिए अर्थ या प्रयोग के आधार पर क्रिया के आठ भेद होते है |
आशा करता हु आप लोगो को क्रिया किसे कहते है? तथा Kriya Ke Bhed कितने होते है समझ आया होगा साथ साथ आपन दिए गए उदाहरण को अच्छे से समझे होंगे | आप यहाँ से जाकर विडियो भी देख सकते है – watch Now
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